परिचय – आतंक के खिलाफ भारत की कड़ी कार्रवाई
भारत ने आतंक के खिलाफ एक और बड़ी जीत दर्ज की है। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में हुए ऑपरेशन केलर में भारतीय सुरक्षा बलों ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के मुखिया शाहिद कुट्टे को मार गिराया। यही नहीं, उसके साथ दो और आतंकवादी भी इस ऑपरेशन में ढेर हो गए।
यह वही शाहिद कुट्टे है जिसे हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा था। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस मुठभेड़ को आतंकवाद के खिलाफ भारत की एक और सफल स्ट्रैटेजिक जीत कहा जा रहा है।
क्या था ऑपरेशन केलर?
13 मई 2025 को भारतीय सेना को एक सटीक खुफिया जानकारी मिली कि शोपियां जिले के शोकल केलर इलाके में कुछ आतंकी छुपे हुए हैं। इसके बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF ने मिलकर एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया जिसे नाम दिया गया – ऑपरेशन केलर।
ऑपरेशन की शुरुआत तो शांतिपूर्वक हुई, लेकिन जब आतंकियों को सेना की मौजूदगी का पता चला तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। करीब 6 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में तीन खूंखार आतंकी ढेर हो गए। इनमें शाहिद कुट्टे भी शामिल था।
शाहिद कुट्टे कौन था?
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इलाका: शोपियां जिले का अलशीपोरा और शोकल केलर गांव
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सुरक्षा एजेंसियां: भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस
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समय: सुबह 6 बजे के करीब ऑपरेशन शुरू हुआ
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मुठभेड़ का स्वरूप: आतंकियों की तरफ से भारी गोलीबारी
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अंतिम नतीजा: 3 आतंकी मारे गए, जिनमें एक था शाहिद कुट्टे
ऑपरेशन खत्म होने के बाद इलाके की घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी रहा। सेना ने यह सुनिश्चित किया कि कोई आतंकी भाग न पाए।
🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक और सफलता
शाहिद कुट्टे का मारा जाना, ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद हुआ। आपको बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकवादी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी।
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बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय
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मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग कैंप
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इन हमलों में करीब 100 आतंकी मारे गए थे
अब ऑपरेशन केलर के ज़रिए भारत ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया है कि आतंक के खिलाफ उसकी नीति Zero Tolerance वाली है।
TRF और LeT को बड़ा झटका
शाहिद कुट्टे का खात्मा TRF और LeT जैसे संगठनों के लिए बहुत बड़ा झटका है। एक तो उन्होंने अपने कमांडर को खो दिया, दूसरा उनके नेटवर्क को भी बड़ा नुकसान हुआ है।
TRF क्या है?
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TRF यानी The Resistance Front
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ये लश्कर-ए-तैयबा का छद्म संगठन है
- इसका काम होता है आतंकी हमलों की जिम्मेदारी लेना और कश्मीर में युवाओं को बहकाना
सेना की सतर्कता और नागरिकों की सुरक्षा
इस ऑपरेशन के बाद सेना ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। हर घर की तलाशी ली जा रही है ताकि यह पक्का किया जा सके कि और कोई आतंकी छिपा न हो।
इसके साथ ही स्थानीय लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है। सोशल मीडिया पर भी अफवाहें न फैलाने की अपील की गई है।
देशवासियों की प्रतिक्रिया – ‘ये न्यू इंडिया है!’
शाहिद कुट्टे के मारे जाने की खबर आते ही सोशल मीडिया पर लोग इसे एक बड़ी जीत मान रहे हैं।
लोगों की कुछ प्रतिक्रियाएं:
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“पहलगाम के शहीदों को इंसाफ मिला। जय हिन्द!”
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“अब आतंकियों को डर लगना चाहिए, ये मोदी सरकार का भारत है।”
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“सेना को सलाम, आपने देश का सिर ऊँचा किया है।”
निष्कर्ष – आतंक के खिलाफ भारत की मजबूत नीति
ऑपरेशन केलर सिर्फ एक मुठभेड़ नहीं, यह भारत की एक मजबूत नीति और संकल्प का प्रतीक है। जिस तरह से सुरक्षा बलों ने शाहिद कुट्टे को ढूंढकर मार गिराया, वो दिखाता है कि अब भारत आतंकियों को पनपने नहीं देगा।
पहलगाम हमले जैसे बर्बर कृत्य को अंजाम देने वालों को अब कोई बचा नहीं सकता। भारत की सुरक्षा एजेंसियां अब हर उस हाथ को कुचलने के लिए तैयार हैं जो हमारे देश की शांति को चुनौती देगा।
FAQs – आपके सवाल, हमारे जवाब
Q. ऑपरेशन केलर कब हुआ?
A. 13 मई 2025 को सुबह के समय शोपियां जिले में यह ऑपरेशन हुआ।
Q. शाहिद कुट्टे कौन था?
A. वह TRF का प्रमुख और पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था।
Q. ऑपरेशन में कौन-कौन शामिल थे?
A. भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम।
Q. क्या ऑपरेशन अभी खत्म हो गया है?
A. हां, लेकिन इलाके में तलाशी अभियान अभी भी चल रहा है।
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जय हिंद!
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